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रहमान की जय हो

अंगार
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आस्कर पुरस्कार से सम्मानित किये जा चुके प्रख्यात संगीतकार और गायक ए आर रहमान को कौन नहीं जानता. फिल्म slumdog millionaire के गाने ‘जय हो’ से रहमान ने न केवल दुनिया भर में धूम मचाई बल्कि आस्कर अवार्ड भी जीता. आज रहमान के पास शायद धन और शोहरत की कोई कमी नहीं होगी.  अभी हाल ही में भारत में संपन्न हुए कॉमनवेल्थ खेलो का थीम सांग कम्पोज कर रहमान ने एक बार फिर से धन और शोहरत (?) बटोरी है.

कॉमनवेल्थ खेलो का थीम सांग कम्पोज करने के लिए रहमान ने इस देश से पांच करोड़ रुपये लिए हैं. वैसे जनाब मांग तो पांच करोड़ रहे थे पर जैसे तैसे देश की खातिर पांच करोड़ पर राजी हो गए जैसे की देश पर एहसान कर रहे हों. क्या रहमान के लिए पैसा देश से बढ़ कर हों गया है? क्या देश की खातिर रहमान एक गाना बिना पैसे लिए नहीं बना सकते थे? क्या रहमान के गाने से देश का सम्मान हुआ है या देश के लिए गाने से रहमान का गौरव बढ़ा है? क्या कोई व्यक्ति देश से बड़ा हों सकता है? रहमान शायद भूल गए हैं कि इस देश ने उन्हें धन, सम्मान, प्यार सब कुछ दिया है. आज अगर रामान आस्कर पुरस्कार पा चुके हैं तो इसमें केवल उनकी प्रतिभा का ही हाथ नहीं है बल्कि भारत के वैश्विक स्तर पर बढ़ते दबदबे का इसमें ज्यादा योगदान है वरना इस देश में रहमानो की कोई कमी नहीं है. रहमान को यह बताने की जरूरत है कि गुरु रबिन्द्रनाथ टैगोर ने जन गन मन पैसे लेकर नहीं लिखा था और न ही बंकिम चन्द्र चटर्जी ने वन्दे मातरम के लिए इस देश से पैसे लिए. यह तो उनकी देश प्रेम कि भावना थी कि उन्होंने ऐसी कालजयी कृतियाँ लिखीं और देश ने उन्हें राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत के रूप में सम्मान दिया. जब तक कलाकार कला का सम्मान करता है कला उसे धन और शोहरत दोनों देती है, लेकिन जब कलाकार खुद को कला से बड़ा समझने लगता है उसकी कला स्तरहीन हों जाती है. यही शायद रहमान के साथ भी हुआ है. रहमान का कम्पोज़ किया हुआ कॉमनवेल्थ खेलो का थीम सांग न केवल फीका बल्कि स्तरहीन रहा है और इसके लिए रहमान को देशवासियों से माफ़ी भी मांगनी पड़ी है. पांच करोड़ रुपये रहमान के लिए कॉमनवेल्थ हों सकती है लेकिन देशवासियों के लिए तो यह एक बड़ी लूट और गरीब जनता के पेट पर तो यह एक जोर की लात है.

हालांकि इन कॉमनवेल्थ खेलो में कई भारतीय खिलाडियों ने जीवट का प्रदर्शन कर्ट हुए न केवल देश का सम्मान बढाया बल्कि अपने लिए पदक और पुरस्कार भी जीते लेकिन इन कॉमनवेल्थ खेलो का सबसे बड़ा इनाम तो रहमान ने ही जीता और वह भी अपने स्तरहीन प्रदर्शन के लिए.

वेल्डन रहमान, सच में तुम्हारी जय हों.

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