- 84 Posts
- 1564 Comments
अभी परसों ही ताजा खबर टीवी चैनल्स और अखबारों में फ्लैश हुई-
“भारत और पाकिस्तान के मध्य मोहाली में होने वाले हाईवोल्टेज सेमीफाइनल मुकाबले के लिए सानिया मिर्जा जहां भारतीय टीम का समर्थन करती नजर आएंगीं, वहीं उनके पति शोएब मलिक पाक टीम की हौसला अफजाई करेंगे। इस बहुप्रतीक्षित मुकाबले के बारे में सानिया ने माइक्रोब्लागिंग साइट ट्विटर पर लिखा कि युद्ध शुरू हो चुका है और मैं टीम इंडिया का सपोर्ट करूंगी। वहीं मेरे पति हमेशा की तरह पाक टीम का समर्थन करेंगे। मलिक ने सानिया की चुनौती स्वीकार करते हुए ट्वीट किया कि सानिया अब तैयार रहो, क्योंकि जंग शुरू हो चुकी है।”
इस पाकिस्तानी जोड़े की खेल की दुकान तो लगभग बंद हो ही चुकी है. शोएब मालिक पाकिस्तानी क्रिकेट का दागी खिलाड़ी होकर टीम से बाहर हो चुका है और भविष्य में भी उसके लिए टीम में लिए जाने की संभावना नहीं दिखती. वहीं दूसरी ओर सानिया मिर्जा फिलहाल इक्के-दुक्के स्तरहीन टेनिस टूर्नामेंट खेल रही है और उनमें भी पहले या दूसरे राउंड में बाहर हो जाती है. इन टूर्नामेंट से कम से कम नहाने के लिए मुफ्त के दो-चार तौलिए और कुछ पैसों का फिलहाल इंतजाम हो ही जाता है. पर कुल मिला कर खेल की दुकान लगभग बंदी के दौर में पहुँच चुकी है.सानिया के शारीरिक ग्लैमर का भ्रम कुछ लोगों को अभी भी थोडा बहुत आकर्षित कर रहा है जिसके भरोसे विज्ञापनों से कुछ कमाई हो जाती है. इसी ग्लैमर और छोटे कपडों की वजह से ही सानिया भारतीय सनसनी बनी थी, न कि खेल की बदौलत. लेकिन झाग की सनसनाहट की तरह ही सानिया की ये सनसनाहट भी जल्दी ही खत्म हो जायगी और विज्ञापनों की ये दुकान भी जल्दी ही बंद हो जायेगी.
अब क्योंकि इस जोड़े के पास फिलहाल कोई काम नहीं है तो शोनिया (शोएब+सानिया) ने सोचा होगा कि क्यों न क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारत-पाक मैच के बहाने कुछ कुछ झाग उठाकर सनसनी फैलाने की कोशिश की जाय. हो सकता है कि इससे सानिया को कोई पुरुषों के अंडर गारमेंट, शेविंग क्रीम या तेल-साबुन का विज्ञापन हाथ लग जाय. आपने वो कहानी तो पढ़ी ही होगी कि ‘जोरू मिलेगी-जोरू मिलेगी, नहीं तो लफड़ा ही सही’. तो इस हथियार को आजमाने में हर्ज भी क्या है. यहाँ पे फालतू की ख़बरें हाई लाईट करने वाले मीडिया वालों की कमी तो है नहीं. जहां पहले से ही भारत में कितने ही पाकिस्तानी कलाकार और खिलाड़ी अपनी रोजी-रोटी चला रहे हैं और अवैध कृत्य खुल कर कर रहे हैं, तो दो-चार तो आसानी से खप ही सकते हैं. अभी पिछले दिनों ही पाकिस्तानी गायक राहत फ़तेह अली गैर कानूनी रूप से एक लाख डॉलर की विदेशी मुद्रा भारत में लाते हुए दिल्ली एयर पोर्ट पर गिरफ्तार किये गए और बाद में कलाकार के नाम पर आसानी से मामूली जुर्माना वसूल कर छोड़ भी दिए गए. अदनान सामी के लिए लफड़े-झगडे करने और लिफ्ट होने के लिए पूरे विश्व में भारत से शानदार जगह कोई नहीं है. अब भले ही भारत के अपने कितने ही लोक कलाकार अपने ही देश में धूल फांक रहे हों या भीख मांग रहे हों, उनकी कला किसी की समझ में नहीं आती पर पाकिस्तानी कलाकारों की कला तुरंत दिल में उतर जाती है और उनको माला-माल कर देती है.
वैसे भी दरियादिली में भारतीयों का पूरे विश्व में कोई जवाब नहीं है. जहां एक ओर इस समय अमेरिका और आस्ट्रेलिया जैसे विकसित देश भी पाने यहाँ भारतीयों के बढते दबदबे से चिंतित हैं वहीं दूसरी ओर भारत में जिधर से चाहे उधर से तार बाड़ फलांग कर घुस जाओ. ऐसे देश के दलालों की यहाँ पर कमी नहीं है जो कि तुरंत ही इनके राशन कार्ड और वोटर कार्ड बनवा देंगे. पिछले दिनों अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा को मजबूर होकर अपने भाषण में ये चिंता जाहिर करनी पडी कि जिस तरह से भारतीय अपनी उच्च दिमागी क्षमता के बल पर अमेरिका में अपना दबदबा कायम कर रहे हैं, वह अमेरिकियों के लिए चिंता की बात है. और आस्ट्रेलिया तो भारतीय छात्रों को पीट-पीट कर, हमले कर भगाने पे तुला है. क्यों? क्योंकि उन्हें भविष्य में अपने अस्तित्व को बचाने का संकट सामने दिख रहा है.
तो क्या भारत और भारतवासियों को अपने अस्तित्व का संकट नहीं दिखता??
Read Comments